Attitude Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps - February 20, 2020 शायरियां मेरे सपने, ख्वाहिश,अरमान बेहिसाब अनगिनत लाखों हैं...... पूरे होनेेेे हैं तो जाए अधूरे रहते हैं तो रहे जाए...... ईमान बेचकर सौदा करना नहीं आता भगत सिंह जैसेे सुर वीरों की सरजमी है....... सूली पर चढ़ जाए मगर झुकना नहीं आता। Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
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