"फेसबुक का इतिहास"

आज का विषय है फेसबुक का इतिहास



फेसबुक नामक शब्द हम सबने आधुनिक समय में लगभग सुना ही होगा, और यदि अभी तक आपने फेसबुक का नाम नहीं सुना तो आप इसके बारे में विस्तृत जानकारी इस पैराग्राफ को पढ़कर एकत्रित कर सकते हैं।

सर्वप्रथम हम जानेंगे कि फेसबुक का आविष्कार कब और किसने किया?

सर्वप्रथम फेसबुक का आविष्कार 2004 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक छात्र जिसका नाम मार्क ज़ुकेरबर्ग था इन्होंने फेसबुक नामक सॉफ्टवेयर की रचना की शुरुआती की जिसका नाम द फेसबुक रखा और यह धीरे-धीरे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में उनके सहपाठियों के बीच लोकप्रिय होता गया ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने इसमें कुछ और सुविधा जोड़ी गई। अगस्त 2005 में द फेसबुक नाम हटाकर केवल फेसबुक कर दिया गया। और आज विश्व के लगभग सभी देशों में फेसबुक नामक सामाजिक नेटवर्किंग साइट की पहुंच मौजूद है जिसके जरिए विश्व के एक कोने की घटना को हम अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंचा सकते हैं और उसी घटना के खिलाफ  कार्रवाई करने के लिए निवेदन व समाज को सोचने पर लोगों को सूचित कर सकते हैं ।

फेसबुक एक सामाजिक नेटवर्किंग साइट है जिसका इस्तेमाल एंड्राइड फोन,कंप्यूटर,लैपटॉप,टैब आदि पर इंटरनेट के माध्यम से उपयोग होने वाली सॉफ्टवेयर जैसी संरचना है । यदि वर्तमान समय में फेसबुक के नेटवर्क का फैलाव देखा जाए तो एक विशेष अनुमान के तहत 40 से अधिक देशों में इसका फैलाव हो चुका है और विश्व के अलग-अलग देशों में यह अपनी पहुंच बनाते जा रहा है भारत में भी फेसबुक का एक बड़ा नेटवर्क स्थापित है।

आधुनिक समय में डिजिटल प्लेटफार्म के रूप में फेसबुक में अपनी पैठ जमाई है इसके माध्यम से लोगों के बीच काफी सुविधाएं हुई है। यह एक फ्री सामाजिक नेटवर्किंग साइट है इसको इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं करना पड़ता इसको इस्तेमाल करने के लिए केवल और केवल आपके उपकरण पर इंटरनेट की मौजूदगी होनी चाहिए जिसके बाद आप इसका बेहद सरल ढंग से इस्तेमाल कर सकते हैं ।
फेसबुक के माध्यम से लोग अपने आस-पड़ोस रिश्तेदार व कुछ अन्य अनजान लोगों से भी जाने पहचाने हो जाते हैं हाल फिलहाल में फेसबुक के माध्यम से युवा युवती एक दूसरे से बातचीत करते हैं और वह उनके साथ अपने जीवन यापन संबंध भी स्थापित कर लेते हैं इससे यह बात स्पष्ट होती है कि फेसबुक केवल मनोरंजन व जानकारी का साधन ही नहीं बल्कि यह हमारे भावनात्मक जुड़ाव का भी हिस्सा बन चुका है।

मनोरंजन 
फेसबुक मनोरंजन का एक अच्छा साधन बनकर सामने खड़ा है और नए उभरते हुए कलाकारों, कलात्मक दिमाग रखने वाले लोगों के लिए एक मंच भी उपलब्ध कराता है जिस पर वह अपनी गतिविधियों को साझा कर सकते हैं और लोग उन्हें देखकर सुनकर अपनी प्रतिक्रिया के माध्यम से उनका हौसला आफजाई कर सकते हैं। अत्याधिक लोकप्रिय प्रोफाइल के बदले फेसबुक के माध्यम से उन्हें राशि भी दी जाती है बदले में फेसबुक उनके प्रोफाइल के माध्यम से अपनी कंपनियों की ली गई एडवर्टाइजमेंट को प्रकाशित करते हैं।

जानकारी
आधुनिक समय में हमें जानकारियां एकत्रित करने के लिए बड़ी बड़ी लाइब्रेरी के चक्कर लगाने व बड़े-बड़े जानकारों, काउंसलर से मिलने के लिए समय निकालने और उन्हें वेतन देने की आवश्यकता नहीं है इसके लिए बेहद नजदीकी हमारे फोन में मौजूद फेसबुक पर हम अपनी जुड़ी समस्याओं के समाधान खोज सकते हैं।

व्यापार
फेसबुक के माध्यम से हम अपने व्यापार को भी बढ़ावा दे सकते हैं फेसबुक पर लोगों की भरमार होती है और लोग आपके द्वारा प्रोफाइल पर डाली गई चीजों को देखने के इच्छुक होते हैं और कई बार उन्हें बैटरी इतनी भा जाती है कि वह उन्हें खरीदने के लिए भी लालायित हो उठते हैं डिजिटल दुनिया में हम एंट्री करते जा रहे हैं
और इसका असर हम फेसबुक से होने वाले व्यापार के माध्यम से समझ सकते हैं जिसमें कम समय वह अधिक से अधिक ग्राहकों की पहुंच को सुनिश्चित किया जा सकता है

सामाजिक कार्यकर्ता
फेसबुक एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से हम अपने से जुड़े लोगों व फेसबुक पर मौजूद लोगों से संपर्क स्थापित कर सकते हैं कई सारे बड़े बड़े नेता अभिनेता वह बड़े बड़े अभियान भी फेसबुक के माध्यम से चलाए जा सकते हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा सकती है वर्तमान समय में यदि देखें तो लगभग विश्व के बड़े नेता फेसबुक के माध्यम से लोगों से सीधा जनसंवाद करना पसंद करते हैं बदले में आम जनता उन्हें अपनी प्रतिक्रियाएं भी देती है जिसके लिए किसी भी एजेंसी को रखना जरूरी नहीं है खाली समय में इन प्रतिक्रियाओं को सेल्फ एनालाइज किया जा सकता है

भ्रम
आधुनिक सभ्यता उपकरण पर निर्भर होती चली जा रही है और लगभग सभी काम मानव द्वारा डिजिटल मंचो पर ही संचालित किए जा रहे हैं करोना काल में हम इसको बेहद नजदीकी ढंग से देख सकते हैं जहां फेसबुक के माध्यम से हमें सुविधाओं का माहौल प्राप्त हुआ है साथ में कुछ अफवाह का बाजार भी मिला है हालांकि ऐसे लोगों के पकड़े जाने पर उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाती है लेकिन फिर भी लोगों का जागरूक होना , ठगीबाजी से बचे रहना बेहद जरूरी है, सावधानियां हमें स्वयं बरतनी चाहिए सुविधाएं कितनी ही बेहतर क्यों ना हो गलत मंशा रखने वाले लोग कोई ना कोई पैंतरा जरूर आजमाते हैं जिससे लोगों को ठगा जा सके। चाहे वह फर्जी खरीददारी की साइड बनाकर या फेसबुक पर गलत प्रोफाइल बनाकर नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

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