सोशल मीडिया और लोकतंत्र - ( Democracy and social media)
सोशल मीडिया और लोकतंत्र सोशल मीडिया और लोकतंत्र के इस विषय में हम चर्चा करेंगे कि सोशल मीडिया की भूमिका लोकतंत्र को कितना प्रभावित कर रही है वर्तमान समय में लोकतंत्र और अधिक मजबूत विस्तृत हुआ है क्योंकि सोशल मीडिया ने कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लोकतंत्र के भीतर चल रही गतिविधियों क्रियाकलापों पर अपनी प्रतिक्रिया देने का सीधा, सरल अवसर व मंच प्रदान किया है हालांकि अपनी प्रतिक्रिया देने के अवसर लोकतंत्र के प्रति पहले भी मौजूद थे लेकिन वह कहीं ना कहीं एक सीमित मात्रा में एक तरफा ही हुआ करते थे सोशल मीडिया ने बेहद कम समय में भारतीय समाज में मजबूती से अपनी पहचान कायम की है अपनी प्रकृति और स्वभाव में बेहद लोकतांत्रिक सोशल मीडिया ने भौगोलिक सामाजिक आर्थिक वर्ण और लिंग की सभी सीमाएं तोड़कर ना सिर्फ पारंपरिक मीडिया को चुनौती दी है बल्कि वही सही मायनों में आम आदमी का माध्यम बन गया है इसने संप्रेषण और संवाद को सरल त्वरित सस्ता समय से पहले और लगातार बना दिया है इसके द्वारा एकांत में बैठा प्रयोक्ता भी अपनी निजता के साथ समस्त आभासी संसार की अपूर्व रचना शक्ति को सामने लाने ...